क्या नरेंद्र मोदी हिंदू राष्ट्रवादी हैं?
प्यारे दोस्तो, बहनो और भाईयो,
आपको याद होगा, भाजपा की गोवा में एक मीटिंग के दौरान जब नरेंद्र मोदी को
चुनाव प्रचार कमेटी का अध्यक्ष बनाया, तो उसके बाद नरेंद्र मोदी ने बयान
दिया था कि वह हिंदू राष्ट्रवादी हैं। इस पर मैंने अपनी टिप्पणी में लिखा
था कि यदि कोई हिंदू हिंदू राष्ट्रवादी है, तो मुस्लिम भी मुस्लिम
राष्ट्रवादी होगा, सिख सिख राष्ट्रवादी होगा तथा ईसाई इसाई राष्ट्रवादी
होगा। जाट सभी धर्मों में पाए जाते हैं, तो हम भी जाट, जाट राष्ट्रवादी
होंगे, तो फिर हम एक जाट राष्ट्रवाद की कल्पना क्यों नहीं कर सकते हैं
अर्थात ये स्पष्ट तौर पर देश को धर्म और जाति के नाम पर बांटने वाली बात
है।
कल इसी विषय पर जम्मू एंड काश्मीर उच्च न्यायालय ने एक ऐतिहासिक
फैसला दिया है कि यदि कोई भी नेता अपने को हिंदू राष्ट्रवादी, मुस्लिम
राष्ट्रवादी, सिख राष्ट्रवादी, बौद्ध राष्ट्रवादी तथा ईसाई राष्ट्रवादी आदि
कहता है, तो उसको किसी भी विधानपालिका का चुनाव लडऩे का अधिकार नहीं होगा
और इस आदेश की कॉपी देश के चुनाव आयोग को भी भेजी जा रही है। किसी भी
भारतीय को केवल भारतीयता कहने का अधिकार है, लेकिन धर्म के नाम से कोई
राष्ट्रवादिता नहीं होगी। इसीलिए जो मैंने लिखा था, उसकी सच्चाई आज हमारे
सामने आ चुकी है, जिसकी मुझे बहुत ही खुशी है कि मेरा कहना श्रेष्ठ
राष्ट्रीयता की तरफ ईशारा कर रहा था। इसीलिए अभी फिर से नरेंद्र मोदी या
कोई अन्य इस प्रकार से अपने को हिंदू राष्ट्रवादी कहता है, तो वह सरासर
न्यायालय की अवमानना होगी और दूसरी पार्टी के नेताओं से अनुरोध है कि वे
तुरंत नरेंद्र मोदी के विरोध में कानूनी कार्रवाई करवाएं क्योंकि वे सरेआम
देश को धर्म के नाम पर बांटने की बात कर रहे हैं, जो किसी भी नहीं होगी। इसीलिए मैं कहना चाहता हूं कि हमें ऐसे लोगों और
पार्टियों से हर हालत में सावधान रहना होगा जो समाज ओर देश को धर्म के नाम
पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
नरेंद्र मोदी का सोशल मीडिया बहुत
प्रचार कर रहा है और दुनिया भर की झूठी फेसबुक आदि बनाकर आज के युवा वर्ग
को बहकाने का कार्य किया जा रहा है, जिस पर सरकार को चाहिए कि वे कानूनी
कार्रवाई करे तथा हमारे देश के समझदार युवा वर्ग को इससे सावधान रहना
चाहिए। जय जाट।
Courtsey:: Hawa Singh Sangwan
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