जाट अपने दुःख मेँ कभी नहीँ रोता पर
दूसरों का दुःख देख के आँसू आ ही जाते है।
फिर भी ना जाने क्यूँ चिढते है लोग हमसे?
जबकि हम चिढ़ने वालोँ को भी गले लगाते
है।
जाट कुछ ज्यादा ही सेँटीमेँटल होते है,
तभी तो कुछ लोग हमेँ ठग जाते है।
क्योँकि हमेँ लूटने की हिम्मत तो किसी के
बाप मेँ भी नहीँ।।
जाट जिंदाबाद
Courtsey:: Hema Ram Bhakar Choudhary
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