सचिन की विदाई पर बीस पच्चीस हज़ार रुपए के टिकट खरीद कर रो रहे लोगों की आँखों में तब
क्या जरा सा भी पानी आया था ...जब हिन्दुस्तान के फौजी के सर काट कर पाकिस्तानी सूअर ले गये थे।
उन फौजियों को एक दो लाख रुपए देकर सरकार ने अपने धर्म का निर्वाह कर लिया ....ना किसी को उनके परिवार की चिंता ना देश की .... अगर यही हाल रहा तो आने वाले वक़्त में कोई माँ अपने बच्चे को फौजी नहीं बनाएगी ......... और कांग्रेसी कुत्तों को क्यूँ होने लगी फौजियों की चिंता ..क्यूंकि उनके हिसाब से तो फ़ौज मे लोग मरते ही रहते हैं ..... अगर सरकार हर बात को इतने ही हलके से लेती है सचिन पर इतनी मेहरबान क्यूँ ?क्यूँ दिया भारत रत्न का अवार्ड ??? बाकी इतने नामचीन खिलाड़ी क्या झक मार रहे हैं ??? अगर फौजी मरते ही रहते हैं तो ऐसे खिलाड़ी भी क्या कमाल कर रहे हैं ,,,,अपनी जेब भी खूब भरी है सचिन ने ,,,,,फ्री में नहीं खेले ,,,,,, लेकिन उन फौजियों के बारे में सरकार कब ठीक से सोचेगी .........सरकार इस तरह का भेदभाव करके लोगों में फूट डाल रही है ....और एक सन्देश दे रही है हिन्दुस्तान की जनता को .... कि कांग्रेस के तलवे चाटो और भारत रत्न ले जाओ .....अभी तो सारे देश को पेप्सी की आग में ठंडा भी करना है और हिन्दुस्तान का पैसा बाहर भी पहुँचाना हैं ........दोस्तों आँखे खोलो और देखो ,,,,सियासत की आड में देश का क्या हाल हो गया ...... मैं सचिन के खिलाफ नहीं हूँ ,,कतई नहीं।।।। लेकिन शायद वो भी नहीं समझ पा रहे की वो गलत हाथों में जा चुके हैं।
वन्दे मातरम..
भारत माता कि जय !!!
साभार :
कैलाश विशनोई
भारतीय सेना
No comments:
Post a Comment