हीरा खज़ाना
लहरों से न डरे उसी का नाम जाट है
धूल मिट्टी में लगा रहे वही सच्चा जाट है
मन में इसके विश्वास अटल
खेत में कमाने की इसको अटकल
खाली खुड यो कड़े न काढ़े
बिरच जा तब सबने बाढ़े
खेत में यों 'हरपाल ' डटा रहे
फ़सल पौली में डाटने तक अटका रहे
अनाज घर में आये
सुख की नींद भाये
संघर्ष न तजै यह सदा
नाराज़ हो जा ज्यादा यद्द कद्दा
जय जैकार इसकी कोई करे न
अनाज निपजै फिर भी पाए ना
© निर्मल खज़ाना
लहरों से न डरे उसी का नाम जाट है
धूल मिट्टी में लगा रहे वही सच्चा जाट है
मन में इसके विश्वास अटल
खेत में कमाने की इसको अटकल
खाली खुड यो कड़े न काढ़े
बिरच जा तब सबने बाढ़े
खेत में यों 'हरपाल ' डटा रहे
फ़सल पौली में डाटने तक अटका रहे
अनाज घर में आये
सुख की नींद भाये
संघर्ष न तजै यह सदा
नाराज़ हो जा ज्यादा यद्द कद्दा
जय जैकार इसकी कोई करे न
अनाज निपजै फिर भी पाए ना
© निर्मल खज़ाना
👍 good
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