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Tuesday, February 7, 2017

और

और 


और  सब चाहे जो हो जात  
राखें  कंनै  फाली   पात 
मन में कुछ  परोसें दूजी बात 

मारते  इसको धोखे  से लात 
टेम पर देवें अचूक  घात  
दिखा देवें  अपनी औक़ात 

पर 
चमार रहा साथ दिनों सात 
कदेई  ना  "हरपाल " दी इसने मात 
ना राख्या  कदे दूजा  नात 



© निर्मल खज़ाना 
  

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