महान्
इतिहासकार कालिकारंजन कानूनगो - (क) एक जाट वही करता है जो वह ठीक समझता
है । (इसी कारण जाट अधिकारियों को अपने उच्च अधिकारियों से अनबन का सामना
करना पड़ता है - लेखक) (ख) जाट एक ऐसी जाति है जो इतनी अधिक व्यापक और
संख्या की दृष्टि से इतनी अधिक है कि उसे एक राष्ट्र की संज्ञा प्रदान की
जा सकती है । (ग) ऐतिहासिक काल से जाट बिरादरी हिन्दू समाज के अत्याचारों
से भागकर निकलने वाले लोगों को शरण देती आई, उसने दलितों और अछूतों को ऊपर
उठाया है । उनको समाज में सम्मानित स्थान प्रदान कराया है। (लेकिन
ब्राह्मणवाद तो यह प्रचार करता रहा कि शूद्र वर्ग का शोषण जाटों ने किया -
लेखक) (घ) हिन्दुओं की तीनों बड़ी जातियों में जाट कौम वर्तमान में सबसे
बेहतर पुराने आर्य हैं।
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