अब तो लालकिले ने वन्दे मातरम कहना छोड़ दिया |
भारत माता की जय से भी अपना नाता तोड़ दिया ||
ये गुलाम हमको, बोलो क्या मजबूत देश दे पायेगे |
वोटो के लालच में जिन्होंने धर्म से रिश्ता तोड़ दिया ||
इन गद्दारों का संसद से हटना बहुत जरुरी है |
राष्ट्र वादी शेरो का दिल्ली आना बहुत जरुरी है ||
म्यांमार की घटना पे जो सडको पे आजाते है |
आतंकी को जो अपनी बेटी सी बतलाते है ||
दहशत गर्दो और गुंडों के मानवाधिकारी बन जाते है |
बटला इन्काउन्टर को भी जो फर्जी बतलाते है ||
सैनिको की मौत पे अपने घर में जा सो जाते है |
किश्तवाडा की घटना पे क्यों सबके मुह पे ताले है ||
लगता है सत्ता के मुँह में आये अब छाले है, इन षड्यत्रो के उपर से पर्दा उठाना बहुत जरुरी है |
भारत माँ के गद्दारों का अब मरना बहुत जरुरी है ||
साभार :
मनीष गुलिया
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