गतांग से . . . . .
हालात
लाली का उतर चेहरा देखो
चौपाल की जर्जर हालात देखो
काठ का हुक्का गलत देखो
पंचायती का ज़माना देखो
भेड़ की पाड़ी बनाते देखो
सूखे घास सी मुछे देखो
बेकार मरोड़ देखो
झूठा अहम् देखो
आपसी द्वेष भाव देखो
भाई न भाई का दुश्मन देखो
चूहे बिल्ली का प्यार देखो
झूठी गर्मी देखो
अच्छे को बदनाम होता देखो
गर्दन काटने वालों का हेज़ देखो
क्रमशः ......... .....
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