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Sunday, October 6, 2013

जाट एकता जिंदाबाद

जाट एकता जिंदाबाद अज दूसरी सभी जातीय कौमे कँधे से कँधा मिलाकर जमाने की रफ्तार के साथ अपने सर्वाँगीण विकास के लिए अवश्य प्रयासरत है, लेकीन जाट कौम आज भी वही हाल बेहाल है। आज भी जाट उस कहावत को सिद्ध कर रहे जाट को जाट मारे या मारे करतार जाट चाहे शिक्षित-अशिक्षित उसे अपने जातीय साहीत्य व ईतिहास के प्रति बिल्कुल लगाव नही है,जिस कौम का इतिहास नही उसे एक दिन समाप्त प्रायःहोना पङेगा । अतः तमाम जाट बँधुऔ को मेरी हाथ जोङ विनती है की. भँवर जाल के फँदे से निकलकर, मुँह आयने मे देखकर, अपनी धूमिल छवी सूधारकर, आमजन का विश्वास पाकर , कँधे से कधाँ मिलाकर , तमाम भेदभाव भूलकर, एक जाजम पर बैठकर, समय रहते................. हमे एकता करनी ही होगी और अपनी मार्शल कौम की ङूबती नैय्या को पार लगाने हेतु एक साथ मिल कर चलन होगा औसर- मौसर, बाल वि-वाह,अफीम- सेवन,चिलम- तम्बाकू,चाय-पान,गुटखा,थोथी- हथाई,अशिक्षा समाज के पिछङेपन के मूल कारण है।ईतना ही नही आज का दिशाविहीन नवयुवक वर्ग शराब सेवन को गले लगा चूका है,कदाचीत जाट कौम के लिए एक घातक अशुभ सँकेत है ।शिक्षा की कमी,एकता का अभाव,दिशाविहिन औछी राजनीती के कारण जाट कौम का राजनैतिक पलङा भी दिन प्रतिदिन हल्का होता जा रहा है ।अतः जाट समाज को तत्काल प्रभावशाली व ध्यान देना चाहीए । औछी राजनीती का जीता जगता उदहारण अभी up में देखने को मिल ही गया जब सभी राजनितिक जाट अपनी पार्टी के दर से जाटो केस अथ खड़ा होने में हिचक ते दिखे Courtsey : Manvender Singh Tomar Jat

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