Visitor
Wednesday, October 9, 2013
भरतपुर राज्य
भरतपुर राजस्थान का एक प्रमुख शहर होने के साथ-
साथ देश का सबसे प्रसिद्ध पक्षी उद्यान भी है। 29
वर्ग किमी. में फैला यह उद्यान पक्षी प्रेमियों के लिए
किसी स्वर्ग से कम नहीं है। विश्व धरोहर सूची में
शामिल यह स्थान प्रवासी पक्षियों का भी बसेरा है।
भरतपुर शहर की बात की जाए तो इसकी स्थापना जाट
शासक राजा सूरजमल ने की थी और यह अपने समय में
जाटों का गढ़ हुआ करता था। यहां के मंदिर, महल व किले
जाटों के कला कौशल की गवाही देते हैं। राष्ट्रीय उद्यान
के अलावा भी देखने के लिए यहां अनेक जगह है
ं
इसका नामकरण राम के भाई भरत के नाम पर
किया गया है। लक्ष्मण इस राज परिवार के कुलदेव माने
गये हैं। इसके पूर्व यह जगह सोगडिया जाट सरदार
रुस्तम के अधिकार में था जिसको महाराजा सूरज मल ने
जीता और 1733 में भरतपुर नगर की नींव डाली।
.
भरतपुर राज्य-
भरतपुर नाम से यह एक स्वतन्त्र राज्य
भी था जिसकी नींव महाराजा सूरज मल ने डाली।
महाराजा सूरज मल के समय भरतपुर राज्य की सीमा
आगरा , धोलपुर, मैनपुरी, हाथरस , अलीगढ़ , इटावा , मेरठ ,
रोहतक , फर्रुखनगर, मेवात, रेवाड़ी , गुड़गांव, तथा मथुरा
तक के विस्तृत भू-भाग पर फैली हुई थी।
महाराजाओं की सूची
.
गोकुला, ? - 1670
राजाराम (भरतपुर) , 1670 - 1688
चूडामन, 1695 - 1721
बदन सिंह , 1722 - 1756
महाराजा सूरज मल , 1756 - 1767
महाराजा जवाहर सिंह , 1767 - 1768
महाराजा रतन सिंह , 1768 - 1769
महाराजा केहरी सिंह , 1769 - 1771
महाराजा नवल सिंह , 1771 - 1776
महाराजा रञ्जीत सिंह , 1776 - 1805
महाराजा रणधीर सिंह , 1805 - 1823
महाराजा बलदेव सिंह , 1823 - 1825
महाराजा बलवन्त सिंह , 1825 - 1853
महाराजा जशवन्त सिंह , 1853 - 1893
महाराजा राम सिंह , 1893 - 1900 (Exiled)
महारानी गिरिराज कौर , regent 1900-1918
महाराजा किशन सिंह , 1900 - 1929
महाराजा ब्रजेन्द्र सिंह , 1929-1947 (Joined
the Indian Union)
Courtsey: Balveer Ghintala
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment