जो हराम का खा रहा है , वो राज नेताओं के गुण गा रहा है |
सन 2050 की बात है....एक मुल्ला अपने बच्चे के साथ चिड़िया घर देखने गया। बच्चे को पता नहीं था किस जानवर
का क्या नाम है तो अपने बाप से पूछ लेता था। सबसे पहले बच्चे ने हाथी को देखा उसके बाप ने बच्चे को हाथी की जानकारी बता दी। उसके बाद बच्चे ने एक भालू देखा तो बाप ने भालू की जानकारी भी बता दी। उसके बाद बच्चे ने एक पिंजरे मे दो हाथ दो पैर और इन्सानो की तरह दिखने वाला एक जानवर देखा तो बच्चे ने बाप से पूछा अब्बू ये कौन है? तो उसके बाप ने कहा बेटा ये हिन्दू है। इसे हिन्दू होने का बहुत गर्व था ये कभी आपस मे मिलकर नहीं रहते थे,इनके अपने भाई- भाई मे कभी नहीं बनती थी। हमेशा एक दूसरे पर कीचड़ उछालते रहते थे। कोई कहता था मै जाट हु तो कोई कहता मै बामण हूँ,कोई कहता मै बनिया हूँ तो कोई,कहता मै राजपूत हूँ पर कोई ये नहीं कहता कि हम सब हिन्दू हैं। ये अपने आप को शेर कहते थे पर इनके किसी पड़ोसी को कोई मारने आता था तो अपने घर के दरवाजे पहले बंद कर
देता था और सोचता था पड़ोस वाले को मार रहे हैं मुझे क्या ये हिन्दू यही सोचते थे कि अपने आगे 100 खड़े हे अपने पीछे 100 खड़े हैं
तो मुझे कौन मार सकता है और हमने इसी का फाएदा उठाया ये बेवकूफ ये नहीं सोचते थे कि जब आगे पीछे के 100-100 को हम मार देंगे तो एक दिन उसका भी नंबर आएगा हम हिन्दुओ को मारते गए और ये खत्म होते गए अब कुछ हिन्दू बचे है इनको हमने पिंजरे कैद कर दिया है । ताकि तुम बच्चो को बता सके कि कभी इस धरती पर हिन्दू का राज था और अब हमारा है।
साभार:
राम निवास पादरा
Our aim is emancipation of Jats all around the globe.
ReplyDelete