चोरी की पोस्ट है पर मजेदार
ज्ञानी, सूबे, रामफळ, सवाई
होया करदे,
पह्ल्ड़े मर्दां के नाम भी हाई
होया करदे|
अर हर नाम क पाच्छै एक कारण
होया करदा,
गाम राम कै खातर जो उदाहरण
होया करदा||
धोरै जिसके धेल्ला कोन्या...नाम
किरोड़ी पाता,
किताब सिंह भी उन दिनाँ कदे
स्कूलनहीं जाता|
बड़े भाई क लट्ठ मारता...लछमन सिंह
आवारा,
शक्ल में जिसके बारा बजरे, कहते उसने
प्यारा||
हाथी बरगी देई ले रह्या...नाम
माड़ा राम,
सहीराम के पाया करदे सदा ए गलत
काम|
जिंदगी भर दुःख पाए सुखिया अर
खुसीराम,
कुत्ते तैं डर जावै था,
शेरा जिसका नाम||
अर दोनूं हाथा दान करै, ताऊ मांगे
राम,
आये गये का मान करै झगडू
जिसका नाम|
सच...नाम के विपरीत पह्ल्ड़े लोग
लुगाई
होया करते.....
ज्ञानी, सूबे, रामफळ, सवाई
होया करदे,
पह्ल्ड़े मर्दां के नाम भी हाई
होया करदे|
बात कह्कैं मुकरया नहीं कदे भी बदलू
राम,
गोबर म तैं दाणे चुग ले यें धर्मे के काम|
भुंडूमल भी नहाया धोया बचपन तैं
एरहया,
चाँदराम नैं गर्मी का प्रकोप खूब
सह्या||
पूर्ण सिंह का कोये काम भी कदे
ना पूरा पाया,
दान सिंह न सारी उम्र मांग-मांग कें
खाया|
बात-बात पै
गुस्सा होज्या मौसा ठंडीराम,
नकली-राम के पाया करते सदा ए
असली काम||
राम नाम कदे लिया नहीं अर नाम
बजरंग लाल,
भोळआ-राम तारया करदा सदा बाळ
की खाल|
गाम तैं न्यारा धन ले रह्या अर नाम
फकीरचंद,
सुंदरमल न अपणे घर में राख्या सदाए गंद||
भरतु, गंगू अर इसे ए गुसाई
होया करते...पहल्यां आळए नाम
भी......
ज्ञानी, सूबे, रामफल , सवाई
होया करदे,
पह्ल्ड़े मर्दां के नाम भी हाई
होया करदे|
साभार :
ज्ञानी जाट
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